Wednesday, May 4, 2011

अब बस भी करो दिग्गी राजा ।

दिग्विजय बोले, 'ओसामा जी कई वर्षों से पाक में रह रहे थे। पाक आर्मी ने क्‍यों नहीं कुछ किया? अमेरिका ने मारने के बाद समुद्र में फेंक कर अच्छा नहीं किया। अपने देश में भी मुंबई हमलों में मारे गए लोगों को उनके धर्म के अनुसार दफन किया गया।'
                         इनके पवित्र विचार दर्शा रहे हैं कि क्यों अब तक कसाब जिंदा है क्यों अफजल गुरू सरीखे आतंकवादी इस इंतजार में है कि कब कोई संगठन कुछ लोगों को बंधक बनाने के बाद उनकी रिहाई की मांग करे और उसके बाद भारत के ये दिग्गी जैसे नेता उन्हे पाकिस्तान तक छोडने के बाद कहें कि हम पर हुये हमले के आरोपी पाकिस्तान हमें सौंप दे ।
                                    अमेरिका अगर यह नही बताता कि हमने पाकिस्तान पर हमला करके लादेन को मार दिया और उसकी लाश को समुद्र में दफना दिया है तो क्या तब भी ये यह बयान दे पाते । दरअसल इस समय दिग्विजय को या तो देशद्रोही या फिर पागल करार करके मार देना चाहिये ताकि भारतीय मुसलमानों में ओसामा को हिरो बनाने की इनकी कोशिश नाकाम हो जाये । हमारे देश के मुसलमान कट्टर हिंदुस्तानी हैं । मैं पहले ये बात नही समझता था किंतु मुंबई पर हुए हमले के बाद यकिनन कह सकता हूँ कि शत प्रतिशत भारतीय मुस्लिम केवल हिंदुस्तान के हित में सोचते हैं जबकि बांग्लादेशी और कुछ पाकिस्तानी मुसलमान ही हमारे देश की हवा खराब करते हैं । यहां दिग्विजय नें जो बयान दिया है उससे साफ जाहिर होता है कि ये भारत विरोधीयों का अब खुलकर साथ देते हुए अपने को यासिन मलिक सरीखे लोगों में सम्मिलीत देखना चाहते हैं ।
                                      तो चलो क्यों ना हम दिग्विजय को अलकायदा प्रमुख बनाने के लिये आवेदन भेजवा दें ..... आखिर लादेन की जगह खाली जो हो गई है और उसने तो अपनी औलादों को अल-कायदा से दूर रहने की हिदायत दे दी है ..... दिग्विजय जैसे मौका परस्तों के लिये ही तो अल-कायदा की गद्दी खाली है ।