Monday, November 14, 2011

राहुल गांधी का सत्य वचन

'फूलपुर जवाहर लाल नेहरू की कर्मभूमि रही है। यहां से उन्होंने प्रदेश को प्रगति का रास्ता दिखाया था। एक समय उत्तर प्रदेश पूरे देश को रास्ता दिखा रहा था। अब सारा देश आगे है, यूपी पीछे है। यहां से कभी नेहरू जी सांसद हुआ करते थे। लेकिन अब यहां से माफिया और अपराधी एमपी हैं। उत्तर प्रदेश में बहुत कुछ बदल गया है। लेकिन विकास नहीं हुआ है। नेता जब तक गरीब के घर खाना नहीं खाएगा, तब तक वह नेता गरीबी की समस्या नहीं समझ पाएगा। जब तक एक नेता गरीबों के घर में कुएं का गंदा पानी नहीं पीएगा और जब तक वह बीमार नहीं होगा,  तब तक उस नेता को उस गरीब का दर्द नहीं पता चलेगा। जब तक नेता गरीब की हालत नहीं समझता तब तक उसे गुस्सा नहीं आ सकता। गुस्सा किस बात का? गुस्सा इस बात का गरीब के साथ इस प्रदेश में अत्याचार हो रहा है।

                                                         राहुल बाबा नें एकदम  सही हालात बतला दिये हैं उत्तर प्रदेश के माध्यम से पूरे देश की । जिस तरह से फूलपुर जवाहर लाल नेहरू (अब चाचा नेहरू ) की कर्मभूमि रहा था उसी फूलपुर में आज नेहरू के वंशज को यह स्वीकारनें में कोई हिचक नही हुई की उसके परनाना की कर्मभूमि में आज माफिया औऱ अपराधियों का कब्जा हो चुका है । बस राहुल बाबा से केवल एक चूक हो गई है की उन्होने इसका जिम्मेदार कांग्रेस के कर्णधारों को ना मानते हुए माया और मुलायम को मान रहे हैं जबकि सारे देश को ही नही दुनिया को भी पता है की माफिया किस देश की पैदाइश है ।
                                                  
                                             बस ध्यान देने योग्य बात ये है की कल को एक नया गांधी इसी तरह से अमेठी और रायबरेली के लिये कहेगा जिसे सुनने के लिये हमारी संतानों को अभी से तैय्यार कर लिजिये ।
                                           बस ..... बुरा मानो भई होली नही है ।