Saturday, May 28, 2016

नास्त्रेदमस और मोदी का महत्व

Long awaited he will never return In Europe, he will appear in Asia: One of the league issued from the great Hermes, And he will grow over all the Kings of the East.  
यानि की नास्त्रेदमस को पता था कि एक दिन ऐसा भी आएगा जब पूर्वी देश का एक शासक एशिया के साथ साथ संपूर्ण विश्व को एक सूत्र मे पिरोने का कार्य करने निकलेगा । पूर्वी देशों क बात छोड दें और विश्व पटल पर खडे होकर देखें तो पूरी दुनिया मे एकमात्र नेता भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही दिखलाई पडते हैं जो एशिया को एक सूत्र मे बांधने के बाद विश्व को भी एकता का सूत्र बतला रहे हैं ।  इस समय भारत का प्रभुत्व पूरे विश्व मे तेजी के साथ बढता जा रहा है जिसका श्रेय केवल प्रधानमंत्री मोदी जी की कार्यप्रणाली और आत्मविश्वास को जाता है । नास्त्रेदमस की बातों पर यकिं हो या ना हो लेकिन घटनाओं के घट जाने के बाद उनक लाइन का अर्थ समझ आता है कि अरे ..ये तो साफ साफ लिखा हुआ था । तो चलिये इससे पहले की कोई और घटनाक्रम घटे उस पहेली को हल करने का प्रयास कर लेते हैं । 
                                                      तो जैसा कि इस समय लग रहा है कि आतंकवादी संगठन नेस्नाबुत हो गए हैं या रहे हैं और उनका समय जल्द ही खत्म हो रहा है तो यह केवल हमे लगने जैसी ही बात है क्योंकि नास्त्रेदमस का कहना है कि जब विश्व को लगेगा कि आतंकवादी खत्म हो रहे हैं तभी वो दोगुनी ताकत के साथ सामने आएंगे । उनका नेता एक ऐसा आतंकी होगा जिसे सब मरा हुआ समझ चूके हैं । वह अचानक से हमला करेगा और फिर देखते ही देखते अपने दस लाख सैनिकों के साथ ईरान को घेर लेगा और पश्चिमी देशों की मदद मिलने के बाद भी ईरान हार जाएगा । (The Arab Prince Mars, Sun, Venus, Leo, The rule of the Church will succumb by sea: Towards Persia very nearly a million men, The true serpent will invade Byzantium and Egypt.)     इसके साथ ही एक और बात ये है कि संयुक्त राष्ट्र जातिवाद के आरोप लगने के बाद छिन्न भिन्न हो जाएगा और दुनिया का सबसे शक्तिशाली संगठन पूर्वी देशों का समूह बन जाएगा । अमेरिका रूस जैसे देश उस पूर्वी संगठन के साथ मिलकर दुनिया को बचाने का प्रयास करेंगे जिसका नेतृत्व तीन ओर जल से घिरे देश का नेता कर रहा होगा । आतंकी संगठन के साथ  एक पूर्व देश का तानाशाह भी अपनी  सेना लगा देगा और वह गठबंधन विश्व के सभी देशों पर भारी पडेगा । 
                                                उस आतंकी गठबंधन सेना द्वारा आर्कटिक देशों मे बीमारी फैलाने वाले किटाणुओं से लेकर परमाणु हमले तक किये जाएंगे जिससे योरोप तबाह होने की कगार पर पहुंच जाएगा । स्वीट्जरलेंड के बैंको को लूट लिया जाएगा और दुनीया को तबाह और बरबाद करने मे कोई कसर नही छोडी जाएगी । तब रूस अमेरिका ब्रिटेन ( फ्रांस और इटली के हारने के बाद )  पूर्वी देशों की सहायता से फिर से जवाबी हमले करेंगे और दुनिया को आतंक के चंगुल से मुक्त करेंगे । लेकिन यह सब इतनी आसानी से नही होगा क्योंकि इसके पहले दुनिया देखेगी भीषण रक्तपात,भूकंप, ज्वालामुखी, सुनामी , और विशाल उल्का के गिरने से नष्ट होते देश । राहत की बात है तो केवल इतनी की जो देश पूरी दुनया को बचाने में भागीदारी निभाएगा वह हमारा भारत देश होगा । अब इंतजार करो उस दिन का जब भारत देश मे गुरूवार को अवकाश घोषित किया जाएगा । हम सौभाग्यशाली है कि हमें विष्णु के अवतार राजा कल्कि के दर्शन का सौभाग्य मिल रहा है ।