Tuesday, December 6, 2011

गांधी परिवार दुनिया में सबसे अच्छा है ।

हां हां ... हां भई हां. .... हमारे देश का गांधी परिवार जैसा बहतरीन परिवार पूरी दुनिया में नही मिलेगा । मैं कपिल सिब्बल की इस बात से पूरी तरह से सहमत हूँ की देश में किसी भी जगह ... किसी भी तरह से गांधी परिवार के विरूद्ध कोई बात नही कहना चाहिये । हमारे देश को तरक्की देने वाला गांधी परिवार ही अकेला ऐसा परिवार है जो सारे देश की सोचता है बाकि सारे देश वासी केवल दर्द देने का काम करते हैं । कई तो ऐसे हैं जो अपने परिवार को नही संभाल सकते देश क्या खाक संभालेंगे । हमारे देश की सबसे ऊंची नाक सोनिया मैडम हैं ... हम इन्हे मैडम कहते हैं क्योंकि आजादी के बाद हमारे देश में  विदेश से आई पहली मेम हैं जो देश को संभाल रही हैं केवल संभाल ही नही रही हैं बल्कि बेहतरीन तरीके से चला कर दिखा भी रही हैं । इन्होने हमारे देश में आकर सबसे पहले अपने देवर की हवाई दुर्घटना में मौत देखीं .. इसके बाद अपनी सास को असली गोलियां खाकर मरते हुए देखीं ....इतने पर भी इस देश को रहम नही आया और इनके पति को बम से उडा दिया गया ... उफ्फ्फ्फ्फ् ये तो इनका मजबूत आयातित विदेशी दिल था जो इतने सदमें झेल सका वरना हमारे देश में तो कई परिवार ऐसे हैं जिनका दो चार छोटे मोटे हादसों में ही दम निकल जाता है ।
                                                     दुसरे नंबर में आते हैं राहुल बाबा ... हम इन्हे बाबा इसलिये कहते हैं क्योंकी हमारे देश के कई बाप निकम्मे निकल गये औऱ वो राहुल गांधी जैसी बेशकिमती औलाद पैदा नही कर सके । दरअसल राहुल बाबा एक दुर्लभ व्यक्ति इसलिये हैं क्योंकी इनमें विदेशी शरीर के साथ देसी दिमाग है । ये केवल देस के बारे में ही सोचते रहते हैं  जबकि हमारे देश के बाबा लोग या तो बाबाओं के चक्कर में रहते हैं या फिर  महंगाई और बेरोजगारी का रोना रोते रोते मर जाते हैं । हमारे देश कोई भी आदमी राहुल बाबा के बराबर नही हो सकता अरररर मैं गलत कह गया दुनिया का कोई भी आदमी राहुल बाबा की तरह का नही हो सकता ... कौन है जो देश की बढती महंगाई का रोना नही रोकर किसी भी गरीब दलित के घर खाना खाकर बिना कुछ दिये जा सकता है ... राहुल बाबा नें साबित कर दिये की एक गरीब दलित जब अपने खाने के साथ साथ उनको भी खाना खिला सकती है तो फिर देश में गरीबी और महंगाई का दुखडा क्यों रोया जा रहा है । हमारे देश को फक्र होना चाहिये की इंदिरा गांधी नें जो दो विभिन्न नस्लीय वंशानुगत प्रयोग देश हित में किये हैं वह पूर्णतः सफल साबित हो रहा है । अब उस प्रयोग को आगे बढाने की दिशा में अगला कदम राहुल बाबा को उठाना है और उन्हे दूर दराज किसी दूसरे देश की दुल्हन लाना होगा ताकि हमारा देश उस प्रयोग की अगली पीढी के राज करने की कार्यशैली देख सके ।
                                        आदरणीय कपिल सिब्बल जी आशा है आप इसे जरूर पढेंगे । प्लीज मेरे गूगल औऱ फेसबुक अकांउट को बख्श दिजियेगा ... देखिये मैने यहां पर गांधी परिवार की केवल तारिफें लिखी है । यदि कोई बात छुट गई हो ते माफ किजियेगा मैं प्रियंका जी के बारे में समयाभाव के कारण कुछ नही लिख पा रहा हूँ ... वैसे भी उन्होने अपने प्रयोग जारी रखे हुए हैं और इस हेतू मेरी शुभकामनाओं के साथ सारे गूगल और फेसबुक की शुभकामनाएं जुडी समझियेगा ... आशा है आप भावनाओं को समझेंगे ।
                                                                 

Thursday, December 1, 2011

आप तो मर ही जाओ ।

क्या रखा है इस जिंदगी में जीने के लिये । ना दारू ना गुटखा, ना तंबाखू और ना ही पराई स्त्रीयों का शौक और हां तंबाखू सिगरेट से भी परहेज । हद कर दी ... भला इनके बिना भी जीना कोई जीना है । चलो कोई बात नही .... मेरी बातें सुनकर इन सब चीजों को शुरू मत कर देना वरना यमराज मुझसे नाराज हो जाएंगे क्योंकि वैसे भी नरक हाऊसफूल चल रहा है इसलिये केवल छोटे मोटे अपराधीयों को ही वहां बुलाया जा रहा है बाकीयों को जगह मिलने पर धरती से उठाया जाएगा । क्यों .... अरे भाई हमारी तिहाड और वहां का नरक दोनो इसी पद्यति पर काम कर रहे हैं । बडे अपराधियों को भी तिहाड में ज्यादा दिन नही रखा जा सकता .... आखिर पापों की कार्य शैली पर भी तो आरक्षण है । आप मर्डर कर दिजिये ... सजा.... बमुश्किल एकाध महिने जेल में रहेंगे बाकि अपील पर अपील करते जाइये औऱ अँत में दस साल के बाद हंसी खुशी अदालत का रिहाई आदेश लेकर फटाखे फुडवाते हुए वापस आ जाइये ।
अब मेरी बातें सुनकर किसी की हत्या करने मत निकल पडना भाई क्योंकि हमारे इस लचर कानून की एक बहुत बडी मजबूती है पुलिस ... जी हां अगर गल्ती से भी पुलिस से पंगा लिये तो समझो गई पूरी जिंदगी जिला जेल और अदालतों के चक्कर काटते हुए क्योंकि याद रखिये हत्या होगी तो पुलिस मुजरिम को तलाश भी लेती है और कभी कभी तो इतना झल्ला जाती है की उसे एनकाउंटर भी करना पड जाता है । अरे भाई डरिये मत ... आपके पास पैसे हैं ना ... फिर क्यों डरते हो ... नेता से लेकर अभिनेता तक सब आपके आंगन में तुलसी तुलसी खेल लेंगे बस पैसे दिखलाइये ... क्या कहा ...
उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्
पहले क्यों नही बतलाए यार की आपके पास पैसे नही है ।
आप तो भाई मर ही जाइये ।
बस खुश हो लिये मरने की बात पढ कर .. लेकिन मरने के पहले ये सोचिये की इससे क्या महंगाई कम हो जाएगी, शेयर मार्केट बढ जाएगा, सोने का भाव गिर जाएगा इशलिये मरने के पहले भी दस बार सोचो की क्या मरना जरूरी है ... और अगर मरना जरूरी नही है तो फिर भला ऐसे कैसे जियोगे....... कन्फ्यूज होने की कोई जरूरत नही है ....
अगर ये सब सोचोगे नही तो जी नही पाओगे औऱ अगर नही सोचोगे तो मर जाओगे ... और जब मरना ही है तो भाई मेरे बिना लडे ही मर जाओ .... आखिर विदेशी कंपनीयां तो अमेरिका की मंदी की मार से मर कर हमारे यहां जीने के लिये आ रही हैं औऱ अब जब उनके पास जीने के लिये कुछ नही बचा है तो भला वो हमें कैसे चैन से जीने देंगी ....
मर जाओ भाई उन कंपनीयों के आने के पहले , दुसरे देशों के हमले होने के पहले, नेताओं के देश को बेचने के पहले, अन्ना का आंदोलन के मरने के पहले और कसाब के फांसी के पहले .... आप ही मर जाओ ... कम से कम ये सब तो नही देखोगे ।