आप हैं छत्तीसगढ राज्य के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष धनेन्द्र साहू ।
बडी जल्दी याद आ गई आपको कि छत्तीसगढ की भाजपा सरकार स्थानीय लोगों को नौकरी ना देकर बाहरी लोगों को नौकरी दे रही है । चलो भाजपा की सरकार कुछ भी करे नौकरी तो दे रही है लेकिन केंद्र में बैठी आपकी सरकार क्या कर रही है ? रोजगार देना तो छोडो मुफ्त अनाज बांटने की सलाह और आदेश को मानने से इंकार कर रही है । आपके साथी कौन है ? शरद पवार - देश के सबसे बडे पावर इसलिये बन गये हैं क्योंकि इन्हे आपने बढाया है ये ऐसे व्यक्ति हैं जो भगवान की दी गई सजा के बाद भी नही जागे और केवल भगवान ही इन्हे सजा दे सकते हैं इनके कुकर्मों की । 2. मुलायम और लालू जैसे सत्ता के भूखे लोग जिन्हे केवल इसलिये सत्ता चाहिये ताकि वो अपने अपराधी गुर्गों को बचा सकें ।
मैंने इन्ही लोगों के नाम इसलिये चुना क्योंकि अभी तक ये ही लोग सामने आए हैं बाकि शशि थरूर जैसे तो ना जाने कितने लोग होंगे । इन्हे आपकी मैडम नें शेर क्यों बना रखा है ये तो वही बता सकेंगी लेकिन आप अपनी भी तो सोचिये । आप क्या कह रहे हैं जानते हैं । आप हंसने वाली बात कह रहे हैं , आप ये बता रहे हैं कि विपक्ष के पास अब बाहरी लोगों भीतरी लोगों के अलावा और कोई मुद्दा नही बचा है । लेकिन माफ किजिएगा धनेन्द्र साहू जी यदि आप केवल इन्ही मुद्दों को उठा रहे हैं तो मैं खुले रूप से ये कह सकता हूँ प्रदेश में चल रहे भारी भ्रष्टाचार का एक हिस्सा यकिनन आपके पास आ रहा है । यदि आप प्रदेश से बाहरी लोगों को बाहर करना चाहते हैं तो उनको किजिये जो नक्सली गतिविधीयों से हमारे शांत प्रदेश को अशांत बना रहे हैं । उन नेताओं के साथ आप भी प्रदेश से बाहर चले जाइये जो इस प्रदेश को लूट रहे हैं तो हम सुखी हो जाएंगे । यदि आप प्रदेश से बाहर चले जाएंगे तो इमानदार कहलाएंगे ।
आपको प्रदेश में चल रहे निर्माण कार्यों का घोटाला नही दिख रहा है ? कैसे इस बारिश में पूरी सडकें बह गई हैं आप नही देख रहे हैं ? पुल जर्जर हो रहे हैं या फिर नीचे बना दिये गए हैं । सरकारी निर्माण ध्वस्त हो रहे हैं । अब आप भाजपा सरकारी नेताओं की तरह कहेंगे भई इसका कोई प्रमाण नही मिल रहा है । चलिये प्रमाण मैं दे रहा हूँ - टाटीबंध से आप चाहे रिंगरोड में जाइये या फिर बिलापुर रोड पर जाइये ... जाकर देखिये तो सही साहू जी और हां पता कर लिजियेगा कि बीरगांव में बह गई रोड कितने माह पहले बनाई गई थी । चलिये छोडिये सडक को क्योंकि वहां तो केवल बडी गाडियों को परेशानी होती है और आपकी पार्टी केवल गरीबों की सोचती है, तो एक काम किजिये गरीब बच्चों के मध्यांह् भोजन कार्यक्रम में शामिल हो जाइये और हां पहले उनके लिये बनाए गये सरकारी भवन को देखना ना भुलियेगा ।
अच्छा चलो इनका हिस्सा तो आपको मिल गया होगा, अब वहां कि बात करते हैं जिसका हिस्सा आप तक नही पहुंचा । जरा ये तो पता करिये की नक्सली क्षेत्रों में कितनी सरकारी मदद किस किस रूप में भेजी जा रही है ? जनाब मैंने अखबारों में पढा है कि करोंडो रूपये की दवाइयां इन क्षेत्रो में भेजी गई है लेकिन देखिये तो सही वहां पहुंची की नही ।
लेकिन आपको इन सब बातों से कोई मतलब नही क्योंकि आपको अभी भीतरी लोग- बाहरी लोगों की बात ज्यादा जरूरी लग रही है ताकि आप मैडम को बता सकें देखिये मैने रमन सिंह से इस्तीफे की मांग कर दी है ।
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